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Chhattisgarh_Ifs में हर 5वें IFS अफसर पर आय से अधिक संपत्ति, भ्रष्टाचार का आरोप, जिनके करोड़ों की प्रॉपर्टी, देखें किसका नाम

छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में IFS अफसर अशोक पटेल की गिरफ्तारी के बाद सामने आया है कि वन विभाग के कई अधिकारी भ्रष्टाचार में फंसे हैं. राज्य के हर 5वें IFS अफसर पर भ्रष्टाचा...और पढ़ें छत्तीसगढ़ के कई IFS अधिकारियों की चल रही जांच. हाइलाइट्स • छत्तीसगढ़ के कई IFS अधिकारियों की हो रही जांच • कई अफसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप • वन मंत्री ने कही कार्रवाई की बात

रायपुर। Chhattisgarh_Ifs छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता बोनस के नाम पर करोड़ों के घोटाले में IFS (भारतीय वन सेवा) अफसर अशोक पटेल के जेल जाने के बाद विभाग के कई अधिकारी भ्रष्टाचार में घिरते नजर आ रहे हैं। वन विभाग के अधिकांश IFS अधिकारी भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति मामले में गले तक डूबे हुए हैं, जिन्होंने सरकारी योजनाओं में जमकर लूट, गबन और भ्रष्टाचार कर कुछ सालों में ही करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर लिया है। छत्तीसगढ़ सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के हर 5वें IFS अफसर पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इन पर आय से अधिक संपत्ति, रिश्वत लेने, शासन की योजनाओं में धांधली जैसे गंभीर आरोपों की जांच पुलिस और जांच एजेंसियां कर रही।

छत्तीसगढ़ में 118, IFS में  24 के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले की जांच चल रही। अधिकारियों पर गंभीर भ्रष्टाचार के 31 गंभीर शिकायतें भी है, जो अब सीधे विभाग के कामकाज पर प्रभाव डाल रहा है।

आइए जानते हैं IFS अफसर और उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप
•  तत्कालीन सीईओ – (साल 2022 की शिकायत) वन विभाग में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी
•  विवेकानंद झा –  (साल 2022 की शिकायत) आय से अधिक संपत्ति मामले में। विभाग में भ्रष्टाचार और अनियमितता.
जनक राम नायक –  (साल 2022 की शिकायत) अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्ति
आर के जांगड़े – साल 2019 की शिकायत, आय से अधिक संपत्ति, सरकार को आर्थिक क्षति, भ्रष्टाचार
राकेश चतुर्वेदी – (साल 2022 की शिकायत) अनुपातहीन संपत्ति
अरुण कुमार पांडेय – (साल 2020 की शिकायत) वन्य प्राणियों के अवशेषों की तस्करी और हाथियों के मृत्यु के संबंध में
आलोक कटियार – (साल 2024 की शिकायत) विभागीय भ्रष्टाचार कर करोड़ों की बेनामी संपत्ति हासिल करना
पंकज राजपूत –  (साल 2019 की शिकायत) मरम्मत कार्य और शासकीय योजनाओं में अनितमिता कर सरकार को आर्थिक क्षति
रमेश चंद दुग्गा –  (साल 2020 की शिकायत) पेड़ों की अवैध कटाई शासकीय राशि में भ्रष्टाचार
गुरुनाथ एन – (साल 2020 की शिकायत ) विभगा वृहद पैमाने पर भ्रष्टाचार
समा फारूकी –  (साल 2021 की शिकायत) रोड, तालाब  निर्माण कार्य में अनियमितता, भुगतान के एवज में पैसे लेना।
•  चुरामणि सिंह – (साल 2021 की शिकायत) मजदूरों के खाते के माध्यम से भ्रष्टाचार
जितेंद्र उपाध्याय –  (साल 2021 की शिकायत) कैंपा मद से निर्माण कार्य में लाखों रुपए की अनियमितता
•  लक्ष्मण सिंह – (साल 2022 की शिकायत पर जांच) करोड़ों रुपए के शासकीय राशि गबन
संजय शुक्ला – (साल 2023 की शिकायत) आय से अधिक संपत्ति
दिलेश्वर साहू – (साल 2023 की शिकायत) विभाग में फर्जी खरीदी से करोड़ों का भ्रष्टाचार
शशि कुमार – (साल 2024 की शिकायत) पद का दुरुपयोग कर अनियमितता
कुमार निशांत : (साल 2024 की शिकायत) रिश्वत लेने और भ्रष्टाचार को लेकर
केके खेलवार – (साल 2019 की शिकायत) 13 वें वित्त आयोग की राशि में करोड़ों का भ्रष्टाचार
गोवर्धन – (साल 2019 की शिकायत) जंगल की अवैध कटाई कर करोड़ों का भ्रष्टाचार
एस वेंकटचलम – (साल 2019 की शिकायत) करोड़ों का गोबर घोटाला, वन मार्ग में भ्रष्टाचार
उत्तम कुमार गुप्ता – ठेकेदार से मिलीभगत, फर्जी बिलिंग से करोड़ों का भुगतान
आलोक तिवारी – शासकीय योजनाओं में करोड़ों का भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति
आय से अधिक संपत्ति, भ्रष्टाचार में फंसे जिन IFS ने सरकार को संपत्ति का क्या ब्योरा दिया ये भी देखें
आर के जांगड़े – 3.60 करोड़, 4 प्लाट, एक घर, एक फ्लैट
आलोक तिवारी – 3.45 करोड़, तीन जमीन, एक घर
विवेक झा – 2.21 करोड़, लखनऊ में तीन प्लाट और रायपुर में घर
उत्तम कुमार गुप्ता – 45 लाख रुपए, एक घर
लक्ष्मण सिंह – 8.05 लाख, जमीन
•  कुमार निशांत – 95 लाख
वन विभाग दुलेश्वर प्रसाद, गुरुनाथ एन, जितेंद्र उपाध्याय, शशि कुमार, पंकज जैसे भ्रष्टाचार में फंसे कई अधिकारियों ने संपत्ति की जानकारी नहीं दी है।

वनमंत्री केदार ने किया आश्वस्त करेंगे कार्रवाई 

मामले को लेकर वन मंत्री केदार कश्यप ने भी माना विभाग के कई IFS अधिकारी भ्रष्टाचार में घिरे हुए हैं। लगातार इनके खिलाफ शिकायतें आ रही। तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में IFS अधिकारी अशोक पटेल पर कार्रवाई हुई है, जिन IFS अधिकारियों पर आरोप है। जल्द से जल्द इन पर भी कार्रवाई होगी।
विभागीय भ्रष्टाचार पर वन विभाग के प्रमुख पीसीसीएफ श्रीनिवास राव से सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जिन भी अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें आती है। उसकी जांच की जा रही है। विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ हम सख्त रुख अपनाएंगे।

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