कुवैत आगजनी में 45 भारतीयों की मौत, शव भारत लाने की तैयारी
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह घायल भारतीयों की सहायता करने पहुंचे कुवैत
कुवैत के दक्षिणी शहर मंगाफ में 7 मंजिला इमारत में बुधवार की सुबह आग लगी थी, इस दर्दनाक हादसे में 45 भारतीयों की मौत हो गई है. कुवैत के अधिकारियों ने बताया कि 45 भारतीयों के शवों का DNA टेस्ट किया गया है. इस हादसे के बाद विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह आग में घायल भारतीयों की सहायता करने और शवों को भारत लाने के लिए कुवैत पहुंचे. जानकारी के मुताबिक भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए भारतीय वायुसेना का एक विमान तैयार है.
कुवैत पहुंचने के बाद कीर्ति वर्धन सिंह ने कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से मुलाकात की. कुवैत में भारतीय दूतावास ने कहा कि अल-याह्या ने मेडिकल सहायता, शवों को जल्द से जल्द वापस भेजने और घटना की जांच सहित पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है. दूतावास ने कहा कि विदेश मंत्री याह्या ने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की. दूतावास ने कहा कि विदेश राज्यमंत्री ने कुवैत के सभी संबंधित अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे सहयोग की सराहना की. इसके साथ ही कीर्ति वर्धन सिंह ने मुबारक अल कबीर अस्पताल का भी दौरा किया, जहां सात घायल भारतीय भर्ती हैं. कीर्ति वर्धन सिंह ने उन्हें भारत सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया.
जान गंवाने वाले अधिकांश भारतीय केरल से
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कुवैत के प्रथम उप प्रधान मंत्री और रक्षामंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबाह ने कहा कि अधिकारियों ने 48 शवों की पहचान की है, जिनमें से 45 भारतीय और तीन नागरिक फिलिपींस के हैं. उन्होंने कहा कि एक शेष शव की पहचान करने के प्रयास अभी भी जारी हैं. अधिकारियों ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले अधिकांश भारतीय पीड़ित केरल से हैं.
कुवैत के मीडिया के मुताबिक आग रसोई में लगी थी, अधिकांश मौतें धुएं के कारण हुईं. ये हादसा बुधवार की सुबह 4.30 बजे अल-अहमदी गवर्नरेट के अधिकारियों हादसे की सूचना दी गई थी. इसका मतलब ये आग अलसुबह लगी थी, जिस वक्त लोग नींद के आगेश में थे. कुवैत के मीडिया के अनुसार निर्माण कंपनी NBTC ग्रुप ने 195 से ज्यादा श्रमिकों के रहने के लिए बिल्डिंग किराए पर ली थी, जिनमें से अधिकांश केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों के भारतीय रह रहे थे.