अवैध ट्रेडिंग मामले में भाजपा के बाद कांग्रेसी विधायकों ने किया प्रेस कांफ्रेंस, लगाया आरोप,बढ़ सकती है Piyushs की मुश्किल, कांग्रेसी नेताओं ने भी किया उच्च स्तरीय जांच की मांग
जांजगीर। जांजगीर के पोडीशंकर में अवैध ट्रेडिंग को लेकर मामला सामने आया था। इस मामले में Piyushs जायसवाल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुआ है साथ ही विधायक बालेश्वर साहू और व्यास कश्यप का भी नाम जोड़ा गया।
क्षेत्र में चल रहे अवैध ट्रेडिंग को लेकर कुछ दिन पूर्व BJP के वरिष्ठ नेता व पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कॉन्फ्रेस करके नार्को टेस्ट की मांग की। जिसके जवाब में कांग्रेसी विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए जिला अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा व नारायण चंदेल पर आरोप लगाए।
व्यास कश्यप ने पियूष को बताया बीजेपी नेता
व्यास कश्यप ने फोटो दिखाते हुए पियूष जायसवाल को भाजपा नेता बताने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री विजय शर्मा के द्वारा उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई गई है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के पास सबूत है तो जांच करवा लें। वे जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
बालेश्वर साहू ने कहा Piyushs जायसवाल को भाजपा का संरक्षण
बालेश्वर साहू ने अवैध ट्रेडिंग के मामले में फंसे पियूष जायसवाल को लेकर कहा कि पियूष जायसवाल के साथ उनका कोई संबंध नहीं है। क्षेत्र का युवा उद्यमी होने के कारण कार्यक्रम के दौरान भेंट हुई थी। दुबई यात्रा भी मात्र एक संयोग है। नई दुनिया के सम्मान समारोह में साथ जाना हुआ। पियूष जायसवाल को लेकर उनका कहना है की भाजपा सरकार में हैं भाजपा के नेता इस मामले की हर प्रकार से जांच करवा लें। 1700 करोड़ पियूष ने कहां छुपाया कहां इन्वेस्ट किया जांच करवा लेना चाहिए।
पियूष की बढ़ी मुश्किल, कोई साथ नही भाजपा और कांग्रेस दोनों ने किया किनारा की जांच की मांग
<span;>भाजपा और कांग्रेस के प्रेस कांफ्रेंस से स्पष्ट है कि पियूष जायसवाल लेकर सब अपनी राजनीतिक रोटी पका रहे हैं। भाजपा कह रही है कि कांग्रेस के नेताओं और विधायकों ने पियूष जायसवाल का इस्तेमाल चुनावी फंडिग में किया। वहीं कांग्रेस का आरोप है कि पियूष को भाजपा का संरक्षण है।
गृहमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर FIR तो क्या हो सकती है मामले की गंभीरता से जांच
भाजपा नेताओं की शिकायत पर गृहमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर जांजगीर पुलिस अधीक्षक ने एफआईआर दर्ज किया। अब कांग्रेसी नेताओं के प्रेस कांफ्रेंस के बाद जिस तरह से उन्होंने ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इससे स्पष्ट है कि पियूष की मुश्किल बढ़ने वाली है।
बम्हनिनडीह के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पियूष अवैध ट्रेडिंग में संलिप्त है। पोड़ीशंकर के दर्जनों युवक उसके साथ शामिल हैं। जांजगीर क्षेत्र के कई गांवों से करोड़ों का कलेक्शन हुआ है। अगर इस मामले में जांच की जाती है तो कई प्रकार के सत्य बाहर निकल कर सामने आयेंगे। फिलहाल देखना यह होगा कि क्या भाजपा के नेता और कांग्रेस के नेताओं की मांग पर विष्णुदेव सरकार इसकी जांच करती है।