उद्धव को 21, कांग्रेस को 15सीटे … शरद पवार के घर मीटिंग में शीट शेयरिंग पर निकला ये फार्मूला
लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। इसी को लेकर शरद पवार के घर पर महा विकास पर अघाड़ी नेताओं की अहम बैठक हुई, जिसमें से शेयरिंग का फार्मूला तय किया गया।
महाराष्ट्र। लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी नेताओं की एक बैठक शरद पवार के घर पर हुई है। इस बैठक में सभी 48 लोकसभा सीटों के बंटवारे पर चर्चा की गई। पवार के ‘सिल्वर ओक’ आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस के अलावा उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के शीर्ष नेता शामिल हुए।
तय हुआ यह फार्मूला
सूत्रों के मुताबिक जो फार्मूला फॉर्मूला निकाल कर सामने आया है उसके मुताबिक उद्धव ठाकरे शिवसेना को 21 कांग्रेस को 15 सीपी शरद पवार को नो सी बी ए को दो और राजू शेट्टी स्वाभिमानी पक्ष को एक सीधी जाएगी हालांकि यह सीट बंटवारे का एक संभावित फार्मूला है जिसकी पुष्टि बा नेताओं के सूत्रों ने की है सूत्रों ने बताया कि यह अब तक सीट शेयरिंग का एक संभावित फार्मूला है जिस पर अंतिम फैसला वरिष्ठ नेता लेंगे।
4 मार्च को होगी कांग्रेस नेताओं की बैठक
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस सीट पर जिस पार्टी का सांसद है वह सेट उसी को दी जाएगी भले ही उम्मीदवार ने पार्टी बदल ली हो लेकिन टिकट इस पार्टी को मिलेगी साथ ही 4 मार्च को दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की अहम बैठक होगी जिसमें फिर से उम्मीदवारी पर चर्चा होगी और उसके बाद नाम पर मोहर लगाई जाएगी विपक्षी महा विकास अगड़ी ने गुरुवार को कहा कि उसने सभी 48 लोकसभा सीटों पर सीट बंटवारे पर चर्चा पूरी कर ली है
बैठक के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि सीट -बंटवारे की प्रक्रिया वैकल्पिक योग्यता के आधार पर तय की गई है और फार्मूले पर जल्द एमवीए के सिर्फ नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। उन्होंने कहा ‘यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ती है।हमारा सीट बटवारा फार्मूला वैकल्पिक योग्यता पर आधारित है।’
आपको बता दे की 2019 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 23 और शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी को 28 फीसदी और शिवसेना को 23 फीसदी वोट मिले थे। कुल मिलाकर एनडीए 51 फीसदी वोट के साथ यहां की 41 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि शिवसेना में टूट पड़ने के बाद 12 सीटे शिंदे गुट और 6 सीट उद्धव ठाकरे गुट के पास है।