रायपुर। वन मंत्री केदार कश्यप ने मंगलवार को अरण्य भवन नवा रायपुर में आयोजित विभागीय बैठक में शामिल हुए। विभागीय बैठक की समीक्षा करते हुए कश्यप ने अधिकारियों से कहा कि हमारे वनवासी लोगों का जीवन वनों पर आधारित होता है। वनों से प्राप्त वनोपज उनके आर्थिक स्थिति का आधार है। वनोपज का सही दाम वनवासियों को मिले। बिचौलियों को समाप्त करते हुए सीधे शासन-प्रशासन से जुड़कर योजनाओं का लाभ वनवासियों को प्राप्त हो। केदार कश्यप ने कहा कि मोदी की गारंटी में हमने प्राथमिकता के साथ तेंदूपत्ता का समर्थन मूल्य 5500 रुपए प्रति मानक बोरा देने का वादा किया है। जिसे अमल में लाया जा रहा है। यह केवल बोलने का विषय नहीं है। यह हमारे वनवासी बंधुओं के जीवन का आधार भी है।
मोदी की गारंटी 100 दिन, एक्शन प्लान पर काम शुरू हो
वन मंत्री ने लेमरू प्रोजेक्ट सहित अन्य विषयों पर एक्शन प्लान बनाकर, जनता के हितों में ध्यान में रख काम करें। ट्राइबल क्षेत्र में रहने वाले लोगों की समस्याओं का भी ठीक प्रकार से निदान हो। कश्यप ने कहा कि हमारे वनवासी बंधु सिस्टम में फंस कर रह जाते हैं। वनवासी को न्याय मिले, उनके साथ अन्याय न हो, इस बात की चिंता जिम्मेदार अधिकारियों को करना है।
वनवासियों का विश्वास बना रहे, सरकार के कामकाज में पारदर्शिता हो
केदार कश्यप ने अधिकारियों से कहा कि वनवासियों का विश्वास बना रहे। विभाग जो योजना बनाये उसका सही तरीके से क्रियान्वयन होना चाहिए। गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता न हो। कड़े शब्दों में केदार ने कहा कि केवल कागज में लीपापोती का काम नहीं चलेगा। वास्तविक रूप से धरातल पर सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन होना चाहिए, साथ ही हर काम का फोटोग्राफी वीडियोग्राफी करें।
लोगों के हित में काम करने के लिए हम आये हैं
केदार कश्यप ने कहा कि अधिकारी केवल नम्बर बढ़ाने के लिए काम न करे। लोगों के हिट और सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए जनता के हित में काम करें। पेड़ लगाने के साथ, उसे संरक्षित भी करना है। प्रधानमंत्री मोदी जी के विजन पर काम करना है। मोदी जी के कार्य के प्रति लगन और कार्य के पारदर्शिता को भी आप सभी जानते हैं, इसलिए विभाग में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।